19 फ़र॰ 2013

नही तो दिमागे फाइट जायेगा ...


फ़ुलिचनवा आज -कल राजनीति में बहुते  दिलचस्पी रखने लगा है ,मालिक  नाराज़ हैं , खेत में भी बहुते बकबकाता है .कह रहा था बडको लोग के लाल कार्ड में नाम है ( बी .पी .एल कार्ड में ) ई नितिसबा  तो पगला गया है ,एकरा से बढ़िया तो हमरा मालिक राज्य चला सकता है .

फ़ुलिचनवा- काम इतना है की शाम होते -होते दिमाग में चढ़ जाता है ( मुन्ना भाई के Estyle में केमिकल लोचा कह सकते है ) समझे गुना बाबु , तो देख का रहा है चिलम में भरो गांजा ,उहे कर रहा हूँ . सुने है नितिसबो आज -कल बहुते टेंसन में रहता है , तो का उ भी गाजा पिता होगा ... 

गुना बाबू- कुछ तो करता होगा नही तो दिमागे फैट  जायेगा . सही कहते हैं , फ़ुलिचनवा बोला .
गुना बाबू - गाजा केकरा से लाया था .
फ़ुलिचनवा- रामखेलावन के दूकान से मालिक ,पियोर रखता है ,आपका नाम कह कर लेता हूं , 220 रुपया कह रहा था ,खता में लिखा है , इ लीजिये शुरुआत कीजिये मालिक ....ला , गांजा त सहिये में अच्छा है रे ,सुन कल रामखेलावन के पैसा दे देना ..चौक पे जाते टाइम मलकैन से पैसा ले लेना और 50ग्राम गांजा ले आना ,भैंसी बियाई है ना तो सब को पिलाना पड़ेगा .ओके मालिक .... इ ले तू घीच ...आज-कल इन्ग्लिसो बोलने लगा है ,

फ़ुलिचनवा- उ त  छोटका मालिक गांव आये थे तो ओके , गो  और पता नही का - का बोलते थे , तो हमहू सिख लिए है ,हमरो छोटकी स्कूल में पढ़ती है ,छोटका साहेब 2-3 ओकरा खूब पढाये हैं , कह रही थी की ,इतना तो साल भर में माटसाब पढ़ाएंगे  बाबू जी , ...पहले बाबू बोलती थी अब बाबू जी बोलती है , छोटका साहेब बहुते निक है ,,,छोटकी कह रही थी के  ,छोटका साहेब कह रहे थे की , हम तोहार भाई हैं ,तुम हमे भैया कह कर बुलाया करो और खूब मन लगा कर पढो . एगो सिनेमा भी दिखाए थे ''आरक्षण''   ,उनके पास है ना उ लैप-लूप ( माने लैपटॉप ) ..मुनिया कह रही थी की उ खूब पढेगी तो कलेक्टर बन जाएगी . 
गुना बाबू- जैसा वो है वैसा तुम , खुद तो कुछ किया नही हरामखोर दुसरे को बनाने चला है ,कह रहा था टीवी में      
काम करते हैं , लेकिन अभी तक पैसवा हमरे से लेता है ...
फ़ुलिचनवा- मालिक चलिए मलकैन पुकार रही है , लगता है भैंसी डीरया रही है ..दूध दुहने के लिए . ..चल ई ले चिलम संभाल के रख और जुत्ता दे मेरा ....ई लीजिये मालिक चलिए .............

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